उत्तराखंड राज्य के तमाम हिस्सों से गुलदार द्वारा किसी व्यक्ति पर हमले किए जाने के मामले आम तौर पर सुनाई देते रहे हैं। लेकिन उत्तराखंड के पौड़ी जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें करीब डेढ़ सौ लोगों ने मिलकर पिजड़े में बंद गुलदार को आग के हवाले कर दिया। जिससे झुलस कर गुलदार की मौत हो गई। हालांकि, इस पूरे मामले गढ़वाल वन प्रभाग के नागदेव रेंज पौड़ी के तहत पाबौ ब्लॉक के सपलोड़ी गांव के ग्राम प्रधान समेत 150 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर दी गई है।
एफआईआर बुआखाल अनुभाग नागदेव रेंज पौड़ी के वन दरोगा सतीश चंद्र द्वारा दी गई लिखित शिकायत के बाद हुई। एसएसपी के आदेशों के बाद मामले की जांच पाबौ चौकी के एसआई दीपक पंवार को सौंपी गई है। बुआखाल अनुभाग नागदेव रेंज पौड़ी के वन दरोगा सतीशचंद्र ने थाने में दी गई तहरीर में बताया कि सपलोड़ी गांव में बीते 15 मई को जंगल गई महिला पर घात लगाये गुलदार ने हमला किया और जान से मार दिया था। जिसके बाद वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने लिए क्षेत्र में पिंजरा लगाया था। इस पिंजरे में बीते मंगलवार 24 मई को गुलदार फंस गया।
बताया गया कि जब वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी पिंजरे में फंसे गुलदार को नागदेव रेंज कार्यालय ले जाने के लिए ला रहे थे तभी सपलोड़ी के ग्राम प्रधान अनिल कुमार और आस-पास के सरणा व कुलमोरी गांवों के करीब 150 लोग वहां आ गये। आक्रोशित लोगों ने पिंजरे में बंद गुलदार को वन विभाग के कर्मचारियों से छीनने के लिए उनसे धक्का-मुक्की की। गुस्साये लोगों ने वन विभाग की टीम से पिंजरा छीना। जिसके बाद लोगों ने पिंजरें पर घास व पेट्रोल डालकर गुलदार को जिंदा जला दिया।
पुलिस को दी गई तहरीर के आधार पर ग्राम प्रधान अनिल कुमार, देवेंद्र, हरि सिंह रावत, सरिता देवी, विक्रम सिंह व कैलाश देवी के अलावा सपलोड़ी, सरणा व कलमोरी गांवों के करीब 150 ग्रामीणों के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, वन कर्मियों पर हमला करने तथा पिंजरे में कैद गुलदार को मार डालने के संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसएसपी ने मामले की जांच पाबौ चौकी के प्रभारी पुलिस उपनिरीक्षक दीपक पंवार को सौंपी है।
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