उत्तराखंड चारधाम यात्रा के संचालन और मेलों के आयोजन समेत अन्य व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी एक प्राधिकरण को सौंपे जाने को लेकर उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड चारधाम यात्रा प्रबंधन प्राधिकरण बनने पर जोर दे रही है। इस प्राधिकरण का प्रारूप तैयार किए जाने को लेकर अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया था। इस समिति ने यात्रा प्रबंधन प्राधिकरण के गठन को लेकर संस्तुति तैयार कर ली है। साथ ही समिति के अध्यक्ष ने बुधवार को अपनी संस्तुति सीएम धामी को सौंप दी है।
उत्तराखंड चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भले ही मानसून सीजन के चलते काम हो गई हो लेकिन इस सीजन कपाट खुलने के दौरान और उसके बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने धर्मों के दर्शन की जिसके चलते सरकार की ओर से की गई तमाम व्यवस्थाएं चरमरा गई। ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा के संचालन, कावड़ यात्रा का प्रबंधन, धार्मिक मेलों के साथ ही तीर्थ स्थलों पर प्रयाप्त व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी एक प्राधिकरण को सौंपने का निर्णय लिया था। जिसके लिए सरकार ने चार धाम यात्रा प्रबंधन प्राधिकरण बनाने के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन भी कर दिया था।
ऐसे में अब उच्च स्तरीय समिति ने अपनी संस्तुति, राज्य सरकार को सौप दी है। समिति ने प्रदेश में संचालित हो रही सभी यात्राओं के भविष्य में सुचारू और निर्बाध रूप से संचालन के लिए साथ ही राज्य में विभिन्न धार्मिक स्थलों पर होने वाली यात्राओं को सुगम बनाने के लिए अपनी संस्तुति दी है। अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति के सदस्यों में सचिव सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर, अपर पुलिस महानिदेशक(कानून व्यवस्था) ए०पी० अंशुमन, आयुक्त गढ़वाल मण्डल विनय शंकर पाण्डेय, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल मण्डल के०एस० नगन्याल शामिल थे।