आपदा के समय एसईओसी की भूमिका अहम, सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगौली ने आपदा कंट्रोल रूम की परखीं व्यवस्थाएं।
देहरादून। सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगौली ने सोमवार को उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर मानसून को लेकर तैयारियों के संबंध में जानकारी ली। साथ ही उन्होंने कंट्रोल रूम की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। सोमवार सुबह दस बजे के करीब सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगौली आईटी पार्क स्थित यूएसडीएमए भवन पहुंचे और कंट्रोल रूम में मानसून को लेकर व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों से जानकारी हासिल की।
उन्होंने कंट्रोल रूम में सूचनाओं तथा एलर्ट को किस प्रकार आगे बढ़ाया जाता है, इसके बारे में यूएसडीएमए के विशेषज्ञों से जानकारी ली। कंट्रोल रूम से मौसम की निगरानी किस प्रकार की जा रही है, तथा कैसे आम जनता को अलर्ट किया जा रहा है, इसे लेकर भी उन्होंने विशेषज्ञों से अपडेट लिया।उन्होंने मौसम विभाग द्वारा प्रदेश में बारिश के भारी से बहुत भारी एलर्ट को लेकर भी जनपदों की मौजूदा स्थिति के बारे में अधिकारियों से पूछा। कंट्रोल रूम में विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों की तैनाती के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आपदा से निपटने, लोगों को जागरूक करने तथा त्वरित सहायता उपलब्ध कराने की दिशा में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।
सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने कहा कि राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र 24×7 कार्य कर रहा है। कंट्रोल रूम से मानसून के दृष्टिगत पूरे प्रदेश में स्थिति की सतत निगरानी की जा रही है। कंट्रोल रूम में आम जनता की कॉल पर तुरंत एक्शन लेते हुए संबंधित डीडीएमओ के स्तर से समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बारिश के चलते कोई भी समस्या होने पर आम जनता 1077 एवं 1070 पर कॉल कर अपनी समस्याएं दर्ज करवा सकते हैं। संबंधित विभागों के स्तर पर तुरंत समस्या का समाधान किया जाएगा। इस मौके पर ड्यूटी ऑफिसर आलोक कुमार सिंह, एसईओसी की दिवस प्रभारी डॉ. पूजा राणा, यूएसडीएमए के विभिन्न विषय विशेषज्ञ तथा विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारी मौजूद थे।
यूएसडीएमए के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन राजकुमार नेगी ने सोमवार को नोडल अधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि विभिन्न जनपदों के आपदा प्रबंधन अधिकारियों से पल-पल की जानकारी ली जा रही है। कंट्रोल रूम में पुलिस वायरलेस, फॉरेस्ट वायरलेस तथा विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों के जरिये हर हालात पर नजर रखी जा रही है। कंट्रोल रूम चौबीस घंटे सातों दिन कार्यरत है और हर वक्त नोडल अधिकारी तैनात हैं। उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम में सेटेलाइट फोन भी स्थापित है और विशेष परिस्थितियों में इसके जरिये भी संवाद किया जाएगा।