सूर्यधार झील के मामले ने एक बार फिर पकड़ी तूल

उत्तराखंड शासन उत्तराखण्ड

देहरादून के थानों में बनी सूर्य धार झील का मामला फिर तूल पकड़ने लगा है। दरअसल, सतपाल महाराज ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाकर साफ कहा है कि सूर्य धार झील 7 मीटर से बढ़ाकर 10 मीटर की गई, जिसकी कोई परमिशन नहीं थी। जानबूझकर अधिकारियों ने इस तरह के कार्य को अंजाम दिया है। सतपाल महाराज ने भरी मीटिंग में सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।

आपको बता दे कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के विधानसभा क्षेत्र डोईवाला के अंतर्गत थानों में पिछली सरकार के दौरान सूर्य झील का निर्माण हुआ था। जो त्रिवेंद्र सिंह रावत का ड्रीम प्रोजेक्ट भी है। उस दौरान ही सिंचाई मंत्री रहे सतपाल महाराज ने सूर्यधार झील के निर्माण को लेकर आपत्ति जताई थी, और कई तरह की अनियमितताओं की बात भी कही थी। उसके बाद इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश भी दिए थे। जिसकी जांच अभी भी जारी है।

फिलहाल, जांच कब तक पूरी होगी यह कहा नहीं जा सकता। लेकिन सतपाल महाराज ने झील की गहराई 7 मीटर से बढ़ाकर 10 मीटर करने पर फिर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि अधिकारी परमिशन के काम कर देते हैं इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ता है उन्होंने कहा कि झील गहराई बढ़ाना बाढ़ सुरक्षा के मानकों के विपरीत है। महाराज ने झील के पास बनाये गए पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाए गए एक पुल को लेकर भी साफ कहा कि यह मेरे संज्ञान में आया है, और इसकी भी जांच कराई जाएगी।

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