देश की नामचीन संस्थान आईआईटी रुड़की ने पीएचडी करने वाली छात्राओं के लिए एक नई पहल शुरू की है जिससे पीएचडी करने वाली छात्राओं में खुशी की लहर है। शंकुतला नामक इस पहल के चलते छात्राओं को सिर्फ इंटरव्यू पास करने के बाद एडमिशन मिल सकेगा। छात्राओं की कमी को पूरा करने के लिए ये पहल महत्वपूर्ण है, प्रतिभावान छात्राओं के लिए नए सत्र से शकुंतला फेलोशिप के जरिये मात्र इंटरव्यू पास करना होगा और आसानी से एडमिशन प्राप्त कर सकेंगी।
आपको बता दें कि आइआइटी रुड़की ने इंजीनियरिंग और शोध कार्यों में प्रतिभावान छात्राओं को आगे बढ़ाने के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है जिसमें संस्थान नए सत्र से छात्राओं के लिए शंकुतला फेलोशिप शुरू करने जा रहा है। इस फेलोशिप के माध्यम से छात्राएं ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) के बिना आइआइटी रुड़की में पीएचडी प्रोग्राम में एडमिशन ले सकेंगी। संस्थान की सीनेट ने इस निर्णय पर अपनी मुहर लगा दी है वहीं गेट परीक्षा पास करके आने वाले विद्यार्थियों की भांति ही शंकुतला फेलोशिप के माध्यम से दाखिला लेने वाली छात्राओं को भी सभी सुविधाएं प्राप्त होंगी।
दरअसल, आइआइटी रुड़की में पीएचडी प्रोग्राम में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या में काफी अंतर है, मौजूदा समय में संस्थान में इंजीनियरिंग कोर्स में जहां पीएचडी करने वाले छात्रों की संख्या 1237 है, तो वहीं छात्राओं की संख्या मात्र 436 है, जबकि गैर इंजीनियरिंग कोर्सेज में पीएचडी करने वाले छात्रों की संख्या 615 और छात्राओं की संख्या 401 है, ऐसे में पीएचडी के छात्र-छात्राओं के बीच के इस अंतर को कम करने के लिए आइआइटी रुड़की पीएचडी में दाखिला लेने की इच्छुक प्रतिभावान छात्राओं के लिए नए सत्र से शंकुतला फेलोशिप शुरू करने जा रहा है।