उत्तराखंड वक्फ बोर्ड इन दिनों सुर्खियों में है बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता रहे शादाब शम्स के उत्तराखंड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने वक्फ की संपत्तियों और मदरसों के साथ साथ पिरान कलियर को लेकर बयान दिया था। जिसके बाद उनके बयानों को लेकर विवाद हो रहा है। हालाकि, वह सफाई पेश कर चुके है। अध्यक्ष बनने के बाद शादाब शम्स ने वक्फ बोर्ड के पहली बैठक बुलाई जिसमे कई अहम निर्णय लिए गए। वक़्फ़ बोर्ड की पहली बैठक थी जिसमे बोर्ड ने पिछले 5 सालों में क्या-क्या काम किये हैं, उन पर चर्चा हुई है।
साथ ही राज्य में उन 103 मदरसो पर भी निर्णय लिया गया जो उत्तराखंड में वक़्फ़ बोर्ड के पास हैं जिसमे यह कहा गया है की उन मदरसों में स्मार्ट क्लासेज़ बनेंगी जो क़ुरआन पढ़ना चाहेंगे वो क़ुरआन भी पढ़ेंगे वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स का कहना है की आने वाले वक़्त में कैसे हम देश को मिसाइलमैन एपीजे अब्दुल कलाम जैसे महान वैज्ञानिक दे सकते हैं इसकी कोशिश की जा रही है साथ ही मदरसों के लिए ऑनलाइन/ऑफलाइन मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था करने जा रहे हैं बच्चों को बेहतरीन शिक्षा मिले ये हमारा मकसद है।
शादाब शम्स का ये भी कहना है की वक़्फ़ बोर्ड की संपत्तियों पर तमाम क़ब्ज़े हो रहे हैं जिसको लेकर आज बोर्ड बैठक में निर्णय लिया गया है की वक़्फ़ बोर्ड की संपत्तियों पर हो रहे अतिक्रमण पर जल्द ही बुलडोजर चलाया जायेगा। साथ ही उन्होंने कहा की पिरान कलियर में बिगड़ती व्यवस्था को सुधारने के लिए जल्द ही पिरान कलियर में सीसीटीवी कैमरा लगाये जायेंगे उनके टेंडर के प्रोपोसल्स मंगाने के लिए कहा गया है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा की साबिर पाक की दरगाह पर किसी भी तरह के ड्रग्स माफियाओं को पनपने नही दिया जाएगा।