देहरादून: द एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और उत्तराखंड इलेक्शन वॉच ने अपनी रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि 632 में से 626 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया है. विधानसभा चुनाव 2022 में इस बार 40 प्रतिशत प्रत्याशी करोड़पति हैं. इसमें से 252 प्रत्याशियों की संपत्ति एक करोड़ से अधिक है. हालांकि इस दौरान 6 उम्मीदवारों का विश्लेषण नहीं किया है. क्योंकि उनके हलफनामे या तो बुरी तरह से स्कैन किए गए थे या चुनाव आयोग की वेबसाइट पर पूरी तरह से अपलोड नहीं किए गए थे.
आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवार: एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 626 उम्मीदवारों में से 107 (17%) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में 637 उम्मीदवारों में से 91 (14%) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए थे.
गंभीर आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवार: 61 (10%) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में 54 (8%) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए थे.
आपराधिक मामलों में पार्टीवार उम्मीदवार: एडीआर के मुताबिक इस चुनाव में कांग्रेस के 70 उम्मीदवारों में से 23 (33%), भाजपा के 70 उम्मीदवारों में से 13 (19%), आम आदमी पार्टी के 69 उम्मीदवारों में से 15 (22%), बहुजन समाज पार्टी के 54 उम्मीदवारों में से 10 (19%) और यूकेडी के 42 उम्मीदवारों में से 7 (17%) ने अपने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
गंभीर आपराधिक मामलों वाले पार्टीवार उम्मीदवार: कांग्रेस के 70 उम्मीदवारों में से 11 (16%), भाजपा के 70 उम्मीदवारों में से 8 (11%), आम आदमी पार्टी के 69 उम्मीदवारों में से 9 (13%), बहुजन समाज पार्टी के 54 उम्मीदवारों में से 6 (11%) और यूकेडी के 42 उम्मीदवारों में से 4 (10%) ने अपने हलफनामे में अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
महिलाओं के खिलाफ अपराध घोषित मामलों वाले उम्मीदवार: 6 उम्मीदवारों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों की घोषणा की है. 6 उम्मीदवारों में से 1 उम्मीदवार ने एक ही महिला पर बार-बार बलात्कार करने वाले व्यक्ति से संबंधित मामला घोषित किया है.
हत्या से संबंधित घोषित मामलों वाले उम्मीदवार: 1 उम्मीदवार ने अपने खिलाफ हत्या (आईपीसी धारा-302) से संबंधित मामले घोषित किए हैं.
हत्या के प्रयास से संबंधित घोषित मामलों वाले उम्मीदवार: 3 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या के प्रयास (आईपीसी धारा-307) से संबंधित मामलों की घोषणा की है.
रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र: 70 निर्वाचन क्षेत्रों में से 13 (19%) रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र हैं. रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र वे होते हैं, जहां चुनाव लड़ने वाले 3 या अधिक उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
करोड़पति उम्मीदवार: 626 उम्मीदवारों में से 252 (40%) करोड़पति हैं. 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में, 637 उम्मीदवारों में से, 200 (31%) करोड़पति थे.
पार्टी वार करोड़पति उम्मीदवार: भाजपा के 70 उम्मीदवारों में से 60 (86%) करोड़पति हैं. इसी तरह कांग्रेस के 70 उम्मीदवारों में से 56 (80%) करोड़पति हैं. आम आदमी पार्टी में 69 उम्मीदवारों में से 31 (45%) करोड़पति हैं. बहुजन समाज पार्टी के 54 उम्मीदवारों में से 18 (33%) करोड़पति हैं. वहीं, यूकेडी में 42 उम्मीदवारों में से 12 (29%) ने 1 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्ति घोषित की है.
औसत संपत्ति: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में लड़ने वाले प्रति उम्मीदवार की औसत संपत्ति 2.74 करोड़ रुपये है. 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में 637 उम्मीदवारों के लिए प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 1.57 करोड़ रुपये थी.
अधिक संपत्ति वाले उम्मीदवार:
नाम | जिला | विस क्षेत्र | पार्टी | कुल संपत्ति |
अंतरिक्ष सैनी | हरिद्वार | लक्सर | कांग्रेस | 1,23,90,89,427 |
सतपाल महाराज | पौड़ी गढ़वाल | चौबट्टाखाल | बीजेपी | 87,34,13,319 |
मोहन काला | पौड़ी गढ़वाल | श्रीनगर | यूकेडी | 82,52,08,200 |
पार्टी के अनुसार औसत संपत्ति: कांग्रेस के 70 उम्मीदवारों के लिए प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 6.93 करोड़ रुपए है. इसी तरह बीजेपी में प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 6.56 करोड़ रुपए, आम आदमी पार्टी में प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 2.95 करोड़ रुपए, यूकेडी में प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 2.79 करोड़ रुपए है. इसी तरह बहुजन समाज पार्टी में प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 2.23 करोड़ रुपए है.
शून्य संपत्ति वाले उम्मीदवार: बीएचईएल से एक निर्दलीय उम्मीदवार का नाम मोहम्मद मुर्सलीन कुरैशी है. इन्होंने अपने शपथ पत्र में शून्य संपत्ति घोषित की है.