बिजली संकट से जूझ रहे उत्तराखंड को मौसम से फौरी राहत मिलने लगी है। बारिश के चलते गर्मी में कुछ कमी आई है, जिससे बिजली की खपत घटने की उम्मीद है। साथ ही नदियों का जल स्तर बढ़ने से जल विद्युत परियोजनाओं में भी उत्पादन बढ़ने लगा है। जिससे प्रदेश में विद्युत उपलब्धता में भी इजाफा होने लगा है। उम्मीद है अगले कुछ दिनों में मौसम की मेहरबानी से उत्पादन में और वृद्धि होगी।
प्रदेश में पिछले दो सप्ताह से अधिक समय से बिजली का संकट मंडरा रहा है। गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ने और राष्ट्रीय बाज़ार से पर्याप्त बिजली न मिल पाने के कारण किल्लत बनी हुई है। ऐसे में प्रदेश के ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों में घंटों कटौती भी की गई। हालांकि, रविवार को कटौती से राहत रही। मौसम के करवट बदलने से प्रदेश में गर्मी से कुछ राहत मिली है। साथ ही बारिश के कारण नदियों का जल स्तर भी बढ़ने लगा है।
फिलहाल जल स्तर बढ़ने का असर छिबरो जल विद्युत परियोजना में देखा जा रहा है। यहां उत्पादन में वृद्धि होने लगी है। दो दिन पूर्व 240 मेगावाट की परियोजना से जहां 1.45 मिलियन यूनिट उत्पादन हो रहा था, वह अब 1.65 मिलियन यूनिट के पार पहुंच गया है। इस तरह उत्तराखंड जल विद्युत निगम की सभी परियोजनाओं में उत्पादन में मामूली वृद्धि हुई है। प्रतिदिन के विद्युत उत्पादन 13 एमयू से बढ़कर 14 एमयू तक पहुंच गया है।