मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर चमोली जिले के थराली में निर्माणाधीन पुल के क्षतिग्रस्त होने के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। इस मामले पर लोक निर्माण विभाग के 3 अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया है। उत्तराखंड राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है हाल ही में हरिद्वार में हुए जमीन घोटाले के मामले में दो आईएएस समेत एक पीसीएस अधिकारी पर कार्रवाई की गई है। तो वही, निर्माणाधीन पुल के क्षतिग्रस्त होने के मामले की गंभीरता को देखते हुए लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज कुमार पांडे ने तीनों इंजीनियर को सस्पेंड के आदेश जारी कर दिए है।
चमोली जिले के थराली में बीते दिन डुंग्री-रतगांव मोटर सड़क पर घटगाड़ गंद्देरे के ऊपर बना रहा निर्माणाधीन वैली ब्रिज गिर गया था। इस मामले में अब लोक निर्माण विभाग ने एक्शन लिया और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई हैं। दरअसल, लोक निर्माण विभाग थराली की ओर से एक करोड़ 30 लाख की लागत से बनाए जा रहे 60 मीटर स्पान के वैली ब्रिज के गिरने की सूचना मिलने पर सहायक अभियंता जेके टम्टा और कनिष्ठ अभियंता मयंक कार्यस्थल पर पहुंचे थे। जिस दौरान विभागीय अधिकारियों ने पाया कि इस दुर्घटना की वजह ठेकेदार के श्रमिकों द्वारा वैली ब्रिज के नीचे लगाई गई बीटी कॉलम (टेक) को समय से पहले दिया है।
वही, सीएम धामी ने कहा कि हर अधिकारी-कर्मचारी स्वयं अपने कर्तव्य और उत्तरदायित्वों के प्रति जिम्मेदारी की भावना से कार्य करे। ईमानदारी और पूरी निष्ठा के साथ कार्य करें। उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना ही सरकार का लक्ष्य है। यदि कोई अधिकारी-कर्मचारी अपने दायित्वों और कर्तव्यों के प्रति लापरवाही करता है, जनहित के कार्यों के प्रति लापरवाही करता है या भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।ऐसे लापरवाह कर्मचारियों और अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।