देहरादून जिले में स्थित नामी-गिरामी मेडिकल कॉलेज हिमालयन इंस्टीट्यूट द्वारा जारी किए गए एक नोटिस के बाद मेडिकल की पढ़ाई कर रहे 2017 बैच के बच्चों में काफी भय का माहौल व्याप्त हो गया है। दरअसल मामला यह है कि साल 2017 बैच के छात्रों का कल फाइनल एग्जाम होना है लेकिन उससे एक दिन पहले ही हिमालयन इंस्टिट्यूट प्रशासन की ओर से एक नोटिस जारी कर सभी बच्चों को 23 लाख रुपए जमा करने की बात कही है ऐसे में बच्चे 23 लाख रुपए कहां से लाएंगे इसको लेकर सोमवार को 2017 बैच के तमाम छात्र छात्राओं ने इंस्टिट्यूट के बाहर धरना दिया।
दरअसल, हिमालयन इंस्टिट्यूट के बीच का मामला नैनीताल हाईकोर्ट में पेंडिंग है। मामला हाई कोर्ट में जाने के बाद हिमालयन इंस्टिट्यूट में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे 2017 बैच के सभी छात्र छात्राओं से एफिडेविट लिया गया था कि जब तक फीस मामले पर हाईकोर्ट कोई फैसला नहीं करता है तब तक तय फीस देते रहेंगे। लेकिन सोमवार को नैनीताल हाईकोर्ट में हुई इस मामले की सुनवाई को अगले 2 दिन तक के लिए ताल दिया गया है। बावजूद इसके हिमालयन इंस्टिट्यूट प्रबंधन ने बच्चों पर दबाव बनाने के लिए मेन एग्जाम से एक दिन पहले नोटिफिकेशन जारी कर 23 लाख रुपए का चेक मांगा है। हालांकि हिमालयन इंस्टिट्यूट प्रबंधन ने बैंक गारंटी जमा कराने के लिए 23 लाख रुपए का चेक मांगा है।
हिमालय इंस्टिट्यूट के बाहर धरना दे रहे 2017 बैच के छात्र छात्राओं ने कहा कि कॉलेज प्रबंधन की ओर से जो नोटिस जारी किया गया है। उसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि मंगलवार की सुबह 11:00 बजे तक सभी छात्र 23 लाख रुपए का चेक जमा करा दें तभी उन्हें मेन एग्जाम में बैठने की अनुमति दी जाएगी। जिससे छात्रों में काफी भय का माहौल है लिहाजा छात्रों ने अपना विरोध दर्ज कराए जाने को लेकर इंस्टिट्यूट के बाहर धरना दिया और मांग किया कि इंस्टीट्यूट की ओर से जारी किए गए नोटिस को वापस लिया जाए क्योंकि नैनीताल हाईकोर्ट की ओर से अभी तक कोई भी फैसला नहीं हुआ है।