चंपावत विधानसभा उपचुनाव में मतदान खत्म होने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी व अन्य उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। लेकिन सवाल यह है कि क्या सीएम पुष्कर सिंह धामी अब तक के उपचुनाव लड़ विधानसभा पहुंचने वाले मुख्यमंत्रियों में सबसे बड़ा रिकॉर्ड बनाने वाले पूर्व सीएम विजय बहुगुणा का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे।
आपको बता दे कि चंपावत विधानसभा उपचुनाव के रूप में पांचवीं विधानसभा का पहला उपचुनाव है। अब तक जितने भी मुख्यमंत्री उपचुनाव लड़ विधानसभा की चौखट में दाखिल हुए हैं। उनमें सबसे ज्यादा मतों के अंतर से चुनाव जीतने का रिकार्ड कांग्रेस के तत्कालीन सीएम विजय बहुगुणा के नाम है। 2012 में कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने सितारगंज विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के प्रकाश पंत को 40154 मतों के भारी अंतर से हराया।
विजय बहुगुणा को 53766 वोट मिले, जबकि प्रकाश पंत 13812 पर ही सिमट गए। उसके बाद उपचुनाव जीतने वालों में 2002 में तत्कालीन सीएम नारायण दत्त तिवारी ने रामनगर विस उपचुनाव ने 23220 वोटों से जीता। एनडी तिवारी को 32913 मत पड़े जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी भाजपा के राम सिंह बिष्ट को केवल 9693 वोट मिले।
तीसरे नंबर का रिकॉर्ड कांग्रेस के तत्कालीन सीएम हरीश रावत के नाम है। 2014 में कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धारचूला विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के भानुदत्त को 20600 मतों के बड़े अंतर से हराया हरीश रावत को 31214 मत मिले तो भाजपा के भानु दत्त को 10610 वोट ही मिले थे।
चौथे नंबर का रिकॉर्ड भाजपा के कांग्रेस के तत्कालीन सीएम भुवन चंद्र खंडूड़ी हैं। 2007 में तत्कालीन सीएम व गढ़वाल सांसद रिटायर्ड मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूड़ी ने धुमाकोट विस उपचुनाव 14171 मतों के अंतर से जीता। खंडूड़ी को 22708 वोट मिले जबकि कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह नेगी को महज 8537 मत ही हासिल हुए।