बीते चार दिन पहले ही उत्तराखंड वक्त बोर्ड अध्यक्ष की कुर्सी संभालने वाले भाजपा नेता शादाब शम्स पिरान कलियर पर अपने बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं। शम्स ने पिरान कलियर को जिस्मफरोशी का अड्डा बता डाला। इतना ही नहीं चेतावनी भी दी कि पिरान कलियर में अब सरकार का बुलडोजर और झाड़ू दोनों चलेंगे। इस पर कलियर विधायक फुरकान अहमद के प्रतिनिधि इसरार शरीफ ने कड़ी आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया कि वक्फ बोर्ड अध्यक्ष ने अकीदत नगरी पिरान कलियर का अपमान किया है।
विधायक ने सवाल उठाए हैं कि यदि वक्फ बोर्ड के नवनिर्वाचित अध्यक्ष को पिरान कलियर में मानव तस्करी और वेश्यावृत्ति होने की जानकारी थी तो वह अब तक क्यों मौन रहे और सरकार ने ऐसे व्यक्ति को वक़्फ़ बोर्ड का अध्यक्ष क्यों बनाया है। उनके अलावा कई अन्य अकीदतमंदों ने भी शादाब शम्स के बयान पर आपत्ति जताई है। राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी के डिप्टी कन्वीनर मोहम्मद आदिल फरीदी ने कहा कि शादाब शम्स वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन बने है।
उनको चाहिए कि बोर्ड में अच्छे काम करे, न कि पिरान कलियर जैसी अक़ीदत नगरी को बदनाम, उन्होंने कहा यदि पिरान कलियर में इस तरह के कृत्य हो रहे है तो बीजेपी सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए क्योंकि प्रदेश की सत्ता में भाजपा की सरकार है। उन अधिकारियों की जांच होनी चाहिए जिनके कार्यकाल में रहते हुए पिरान कलियर जिस्मफरोशी का अड्डा बना, नशे का केंद्र बना, भाजपा सरकार एक तरह कहती है कि हम कहने पर नही काम पर विश्वास करते है।
दूसरी तरह उन्ही के नेता बयानबाजी करते है। वक्फ बोर्ड के पूर्व प्रशासक मोहम्मद सलीम खान ने शादाब शम्स के ब्यान का समर्थन किया है। और कहा है कि वह इसका समर्थन करते हैं और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े है। बुराइयों को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है। वहीं राष्ट्रीय सचिव काजी निजामुद्दीन ने कहा कि कलियर शरीफ को किसी एक धर्म विशेष से जोड़ना सही नही है यहाँ सभी धर्मों के लोग आते हैं। यह सूफी संतों की नगरी है। शादाब शम्स ने जप ब्यान दिया है वह भाजपा की सच्चाई को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि पिछले छह साल से भाजपा की सरकार है और कलियर शरिफ एक केंद्र है और आसपास सभी अधिकारी कुछ ही दूरी पर हैं ये भाजपा सरकार की छह साल की उपलब्धि को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि ये ब्यान एक सस्ती राजनीति के चलते दिया गया है और भाजपा सरकार में एक विशेष वर्ग समुदाय को निशाने पर लेने का काम किया जा रहा है।